बैंकिंग सेक्टर में बड़ा धमाका: 12 सरकारी बैंकों का होगा विलय, बनेंगे 3-4 मेगा बैंक

केंद्र सरकार एक बार फिर सरकारी बैंकों के बड़े पैमाने पर विलय की तैयारी में है। ईटी की रिपोर्ट के अनुसार, मौजूदा 12 सरकारी बैंकों को मिलाकर सिर्फ 3 से 4 बड़े और मजबूत सरकारी बैंक बनाने पर विचार किया जा रहा है। सरकार का मानना है कि इस कदम से भारतीय बैंकिंग सेक्टर को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाया जा सकेगा और ग्राहकों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।
2020 में भी हुआ था बड़ा विलय
यह पहला मौका नहीं है जब सरकार ने सरकारी बैंकों के विलय की दिशा में कदम उठाया हो। 2020 में 10 सरकारी बैंकों का विलय कर 4 बड़े बैंक बनाए गए थे। उस फैसले के बाद सरकारी बैंकों की संख्या 27 से घटकर 12 रह गई थी। अब सरकार फिर से इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाने की योजना बना रही है ताकि बैंकिंग सिस्टम को और मजबूत और कुशल बनाया जा सके।
ग्राहकों और अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा असर
बैंकिंग विशेषज्ञों का मानना है कि बड़े बैंक न सिर्फ अधिक पूंजी जुटाने में सक्षम होंगे, बल्कि वे वैश्विक वित्तीय बाजारों में भी बेहतर प्रतिस्पर्धा कर सकेंगे।
- ग्राहकों को तेज़ और आधुनिक बैंकिंग सेवाएं मिलेंगी।
- तकनीकी उन्नति और डिजिटल बैंकिंग में तेजी आएगी।
- देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
- बैंकिंग सेक्टर में स्थिरता और विकास को नया आयाम मिलेगा।
सूत्रों के मुताबिक, इस योजना पर जल्द ही केंद्र सरकार द्वारा विस्तृत रूपरेखा जारी की जा सकती है।