भारत का डिजिटल क्रांति में नया अध्याय: UPI बना नंबर-वन पेमेंट प्लेटफॉर्म

भारत ने डिजिटल पेमेंट्स की दुनिया में एक ऐतिहासिक मुकाम हासिल कर लिया है। SBI रिसर्च की ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक, यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) अब देश का सबसे बड़ा और सबसे भरोसेमंद लेन-देन प्लेटफॉर्म बन चुका है।
चाहे रोजमर्रा की छोटी खरीदारी हो, बिल पेमेंट हो या बिज़नेस के बड़े-बड़े सौदे — सबसे ज़्यादा ट्रांजैक्शन अब UPI के जरिए हो रहे हैं।
🔹 UPI ट्रांजैक्शन्स में रिकॉर्डतोड़ उछाल 📈
2025 में UPI लेन-देन ने नए कीर्तिमान बनाए हैं।
- जनवरी 2025 में ₹75,743 करोड़ का औसत डेली ट्रांजैक्शन
- जुलाई 2025 में बढ़कर ₹80,919 करोड़
- अगस्त 2025 में छू लिया ₹90,446 करोड़ का आंकड़ा
सिर्फ वैल्यू ही नहीं, डेली वॉल्यूम यानी रोज होने वाले ट्रांजैक्शन्स की संख्या भी जनवरी से अगस्त के बीच 127 मिलियन बढ़कर 675 मिलियन तक पहुंच गई है।
यह आंकड़े दिखाते हैं कि भारत में कैशलेस इकोनॉमी कितनी तेजी से बढ़ रही है।
🔹 SBI और Yes Bank का बड़ा दबदबा 🏦
SBI रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार:
- SBI बना देश का सबसे बड़ा रेमिटर बैंक (पैसा भेजने वाला) → 5.2 अरब ट्रांजैक्शन
- यह आंकड़ा HDFC से 3.4 गुना ज्यादा है!
- Yes Bank ने भी शानदार प्रदर्शन करते हुए 8 अरब ट्रांजैक्शन्स के साथ सबसे बड़ा बेनिफिशियरी बैंक का खिताब हासिल किया है।
🔹 PhonePe, Google Pay और Paytm की तिकड़ी का राज 👑
UPI ऐप्स की दुनिया में मुकाबला काफी कड़ा है, लेकिन टॉप-3 की पोजीशन इस समय फिक्स है:
- PhonePe → सबसे आगे
- Google Pay → दूसरे स्थान पर
- Paytm → तीसरे स्थान पर
रिपोर्ट में यह भी चेतावनी दी गई है कि कुछ चुनिंदा ऐप्स पर बहुत ज्यादा ट्रांजैक्शन होने से भारत-केंद्रित फिनटेक इनोवेशन पर असर पड़ सकता है। इसी वजह से एक "देसी काउंटर UPI ऐप" और AI-आधारित ढांचे की जरूरत पर जोर दिया गया है।
🔹 भारत की डिजिटल इकोनॉमी का भविष्य 🌐
UPI के बढ़ते ग्राफ से साफ है कि भारत डिजिटल पेमेंट्स का ग्लोबल हब बनने की ओर तेजी से बढ़ रहा है।
SBI रिपोर्ट के अनुसार, आने वाले समय में AI-पावर्ड फिनटेक सॉल्यूशंस, सिक्योरिटी एन्हांसमेंट्स, और लोकल इनोवेशन भारत के डिजिटल सफर को एक नए मुकाम पर ले जाएंगे।
✅ मुख्य बातें एक नजर में
- UPI बना भारत का नंबर-वन पेमेंट प्लेटफॉर्म
- ₹90,446 करोड़ तक पहुंची अगस्त 2025 की डेली ट्रांजैक्शन वैल्यू
- 675 मिलियन रोजाना के लेन-देन — नया रिकॉर्ड
- SBI सबसे बड़ा रेमिटर, Yes Bank नंबर-वन बेनिफिशियरी
- PhonePe, Google Pay और Paytm का टॉप 3 में दबदबा
🔔 नतीजा
भारत की डिजिटल पेमेंट्स क्रांति सिर्फ आंकड़ों तक सीमित नहीं है। यह दिखाता है कि देश की अर्थव्यवस्था कितनी तेजी से टेक्नोलॉजी-ड्रिवन हो रही है। आने वाले कुछ सालों में UPI और भी बड़े मुकाम हासिल कर सकता है।