हिसार की बेटी स्नेहा बिश्नोई ने KBC में जीते साढ़े 12 लाख, परिवार का 15 लाख का कर्ज चुकाने का लिया संकल्प

हरियाणा के हिसार जिले के गांव काजला की रहने वाली स्नेहा बिश्नोई ने लोकप्रिय टीवी शो कौन बनेगा करोड़पति (KBC) में ₹12.50 लाख की शानदार राशि जीतकर अपने परिवार और समाज का सिर गर्व से ऊँचा कर दिया। स्नेहा की यह जीत केवल आर्थिक मदद का माध्यम नहीं, बल्कि संघर्ष, आत्मविश्वास और धैर्य की प्रेरणादायक कहानी भी है। शो के दौरान उन्होंने अपने जीवन की कठिनाइयों को साझा किया, जिससे दर्शक भावुक हो उठे।
स्नेहा ने बताया कि उनके परिवार पर ₹15 लाख का कर्ज है, जो बारिश में फसल खराब होने के चलते धीरे-धीरे बढ़ गया। खेती से होने वाली आमदनी पर्याप्त नहीं थी और रोजमर्रा के खर्च चलाना भी कठिन हो गया था। उन्होंने कहा कि जब भी कोई कर्ज मांगने आता था तो गुस्सा आ जाता था, लेकिन भीतर से वे परेशान रहती थीं। वे सोचती थीं कि आखिर कैसे इस आर्थिक संकट से बाहर निकलें।
शो में अमिताभ बच्चन ने उनकी कहानी सुनकर संवेदना जताई और कहा कि उनकी बेटी प्रतिभाशाली है। वहीं, स्नेहा ने अपने माता-पिता को मंच पर देखकर भावुक होकर आँसू बहा दिए। अमिताभ बच्चन ने उन्हें टिशू पेपर देते हुए ढांढस बंधाया। उन्होंने कहा कि चाहे समय लगे, वे परिवार का कर्ज चुकाकर उन्हें राहत पहुँचाएंगी।
स्नेहा वर्तमान में हिसार फैमिली कोर्ट में क्लर्क के पद पर कार्यरत हैं। उनकी नौकरी करीब 5 महीने पहले लगी थी। उन्होंने बताया कि आर्थिक कठिनाइयों के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और लगातार प्रयास करती रहीं। कार्यक्रम में उनके पिता श्रवण कुमार बिश्नोई, जो खेती-बाड़ी करते हैं, भी शामिल हुए और बेटी का हौसला बढ़ाया। बातचीत में श्रवण कुमार ने बताया कि उनके खेतों में गेहूं और बाजरा की फसल होती है। अमिताभ बच्चन ने उनके काम की सराहना करते हुए कहा कि उनकी बेटी ने परिवार का नाम रोशन किया है।
स्नेहा की जीत पर बिश्नोई समाज में खुशी की लहर, सोशल मीडिया पर बधाई संदेशों की बौछार
स्नेहा की जीत पर उनके परिवार के साथ-साथ पूरे बिश्नोई समाज में गर्व का माहौल है। सोशल मीडिया पर कई लोगों ने उनकी तस्वीरें साझा कर लिखा कि “समाज की होनहार बेटी ने नाम रोशन किया है।” स्नेहा की तस्वीरों को व्हाट्सऐप, फेसबुक, इंस्टाग्राम और अन्य प्लेटफार्मों पर साझा किया जा रहा है। लोगों ने उन्हें प्रेरणा का स्रोत बताया और उनकी मेहनत की सराहना की।
KBC में स्नेहा ने दिए बेहतरीन जवाब, दिखाया गजब का आत्मविश्वास
स्नेहा ने शो में कुल 12 सवालों का सही जवाब देकर ₹12.50 लाख की राशि जीत ली। 13वें सवाल में वे उत्तर नहीं दे पाईं और खेल से बाहर हो गईं, लेकिन इससे पहले उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया। उनके द्वारा दिए गए कुछ महत्वपूर्ण सवाल इस प्रकार रहे:
- पहला सवाल – ₹5,000: “इनमें से किसका अर्थ बड़ा है?”
✅ सही उत्तर – विशाल - दूसरा सवाल – ₹10,000: “हींग, दालचीनी, लौंग किस चीज से कनेक्ट हैं?”
✅ सही उत्तर – खाना पकाना - तीसरा सवाल – ₹15,000: “तस्वीर में दिख रहा उपकरण खेती में किस काम आता है?”
✅ सही उत्तर – सिंचाई - चौथा सवाल – ₹20,000: “किस ग्रंथ में वानरों के पुल बनाने की कथा है?”
✅ सही उत्तर – वाल्मीकि रामायण - पांचवा सवाल – ₹25,000: “जमानत वो धनराशि है, जो किस स्थान से निकलने के लिए दी जाती है?”
✅ सही उत्तर – जेल - छठा सवाल – ₹50,000: “पर्यावरण का अजैविक अंग कौन सा है?”
✅ सही उत्तर – प्रकाश - सातवां सवाल – ₹1 लाख: “धुआंधार झरना किस राज्य में है?”
✅ सही उत्तर – मध्यप्रदेश - आठवां सवाल – ₹2 लाख: “एचजीएच किस ग्रंथि से निकलता है?”
✅ सही उत्तर – पिट्यूटरी ग्लैंड - नौवां सवाल – ₹3 लाख: “किस राज्य की सीमा दोनों राज्यों से नहीं लगती?”
✅ सही उत्तर – ओडिसा - दसवां सवाल – ₹5 लाख: “दो कार्यकाल तक उपराष्ट्रपति रहने वाले व्यक्ति कौन हैं?”
✅ सही उत्तर – सर्वपल्ली राधाकृष्णन - ग्यारहवां सवाल – ₹7.50 लाख: “संगीत का कौन सा रूप पंजाब में ऊंट सवारों से प्रेरित है?”
✅ सही उत्तर – टप्पा - बारहवां सवाल – ₹12.50 लाख: “बनावली स्थल से किस संस्कृति के अवशेष नहीं मिले हैं?”
✅ सही उत्तर – गांधार - तेरहवां सवाल – ₹25 लाख (अधूरा): “2024 ओलंपिक में भाग लेने वाली पहली महिला कौन है?”
❌ सही उत्तर – नीनो सालुकवाजे; स्नेहा इस प्रश्न का उत्तर नहीं दे पाईं और खेल से बाहर हो गईं।
स्नेहा की जीत केवल पैसे नहीं, संघर्ष का प्रतीक है
स्नेहा बिश्नोई की कहानी उन लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा है जो आर्थिक संकट, असफलताओं और पारिवारिक दबावों के बीच अपने सपनों को जिंदा रखने की जद्दोजहद कर रहे हैं। उनकी जीत यह बताती है कि कठिन परिस्थितियाँ मनुष्य की प्रतिभा और धैर्य को रोक नहीं सकतीं। स्नेहा की यह उपलब्धि न केवल उनके परिवार के लिए राहत लेकर आई है, बल्कि समाज में यह संदेश भी देती है कि सपनों को पाने के लिए हिम्मत, आत्मविश्वास और निरंतर प्रयास जरूरी हैं।