हिसार की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा आज कोर्ट में पेश, 2500 पन्नों की चार्जशीट पढ़ने के बाद दायर होगी जमानत याचिका

हिसार की रहने वाली यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा का नाम पिछले कुछ महीनों से जासूसी मामले में सुर्खियों में बना हुआ है। उन पर आरोप है कि वे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) से जुड़े एजेंटों के संपर्क में थीं और भारत के संवेदनशील ठिकानों की जानकारी और वीडियो लगातार साझा कर रही थीं। इसी मामले में आज यानी 25 अगस्त को उनकी कोर्ट में पेशी होनी है। बताया जा रहा है कि इस बार ज्योति को कोर्ट में फिजिकल रूप से पेश किया जाएगा और उन्हें चार्जशीट की कॉपी भी थमाई जाएगी।
90 दिन तक चली लंबी जांच के बाद पुलिस ने 14 अगस्त को इस मामले में 2500 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की थी। इसमें विस्तार से बताया गया है कि ज्योति किस तरह पाकिस्तान के अधिकारियों और एजेंटों से जुड़ी रहीं और किस तरह उन्होंने भारतीय ठिकानों के वीडियो बनाकर साझा किए। यह ज्योति की अब तक की 10वीं पेशी होगी। इससे पहले वे 9 बार अदालत के सामने पेश हो चुकी हैं।
ज्योति को हिसार पुलिस ने 15 मई को उनके ही घर से गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद से अब तक उन्हें कुल 9 दिन की रिमांड पर लिया जा चुका है। उनके खिलाफ हिसार के सिविल लाइन थाने में कई गंभीर धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। इस बीच उनकी ओर से वकील कुमार मुकेश ने कहा है कि जैसे ही उन्हें चार्जशीट का अध्ययन करने का समय मिलेगा, वे जमानत याचिका दाखिल करेंगे।
चार्जशीट से सामने आए अहम खुलासे
1. गिरफ्तारी से पहले डेटा डिलीट किया
चार्जशीट से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि ज्योति काफी चालाकी से काम करती रही। वह पूछताछ में सीधे-सीधे जवाब नहीं देती। इतना ही नहीं, उसे अपनी गिरफ्तारी का पहले से अंदेशा हो गया था। इसी कारण उसने अपने फोन से कुछ अहम डेटा डिलीट कर दिया। तकनीकी टीम उस डेटा का कुछ हिस्सा रिकवर करने में सफल रही है, लेकिन अब भी कुछ जानकारी रिकवर होना बाकी है। पूछताछ के दौरान ज्योति ने डिलीट किए गए डेटा के बारे में कोई जानकारी नहीं दी।
2. भागने की तैयारी कर रही थी, लेकिन पकड़ी गई
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, ज्योति को उसकी गिरफ्तारी की खबर पाकिस्तानी एजेंटों ने ही पहुंचाई थी। गिरफ्तारी की आशंका होते ही वह फरार होने की योजना बना रही थी, लेकिन सुरक्षा एजेंसियों ने मौके पर दबिश देकर उसे पकड़ लिया।
3. कश्मीर से लेकर राजस्थान बॉर्डर तक के वीडियो
चार्जशीट में बताया गया है कि ज्योति सिर्फ कश्मीर डैम तक सीमित नहीं थी। उसने राजस्थान बॉर्डर के नजदीकी इलाकों में जाकर सैन्य शिविरों के वीडियो भी बनाए और पाकिस्तानी एजेंटों को भेजे। वह लगातार पाकिस्तानी एजेंटों के साथ बातचीत करती थी और उन्हें संवेदनशील जानकारी मुहैया कराती रही।
4. ट्रैवल एडवाइजरी की अनदेखी
पुलिस के दावों के अनुसार, ज्योति को पाकिस्तान यात्रा से पहले ही भारत सरकार की ओर से ट्रैवल एडवाइजरी स्पष्ट रूप से बता दी गई थी। इसके बावजूद उसने एजेंटों से मीटिंग की, संपर्क नंबर साझा किए और सुरक्षा नियमों का उल्लंघन किया।
5. चार पाकिस्तानी एजेंटों से लगातार संपर्क
पुलिस जांच में सामने आया कि ज्योति के मोबाइल फोन से पाकिस्तान उच्चायोग के अधिकारी एहसान-उर-रहीम दानिश अली के साथ कई बार बातचीत की गई। इसके अलावा वह आईएसआई से जुड़े शाकिर, हसन अली और नासिर ढिल्लों के भी लगातार संपर्क में रही। इन चारों से उसके गहरे रिश्तों और बातचीत के पुख्ता सबूत मिले हैं।