हरियाणा बोर्ड में बड़ा शिक्षा घोटाला, 129 छात्र फर्जी सर्टिफिकेट से 12वीं में दाखिल

हरियाणा बोर्ड में बड़ा शिक्षा घोटाला, 129 छात्र फर्जी सर्टिफिकेट से 12वीं में दाखिल
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की जांच में चौंकाने वाला घोटाला सामने आया है। 92 स्कूलों के 129 छात्रों ने फर्जी माध्यमिक प्रमाण-पत्र के आधार पर 2021 में सीनियर सेकेंडरी परीक्षा दी। ये प्रमाण-पत्र संदिग्ध और गैर-मान्यता प्राप्त शिक्षा बोर्डों से जारी पाए गए।
कोविड के दौरान बढ़ा फर्जीवाड़ा
अप्रैल 2021 में कोविड-19 महामारी के कारण हरियाणा बोर्ड की परीक्षाएं रद्द कर दी गईं और योग्य छात्रों को प्रमोट किया गया। इसी दौरान कई स्कूलों ने बाहरी राज्यों के संदिग्ध बोर्ड से माध्यमिक पास दिखाकर छात्रों को 12वीं में एडमिशन दे दिया, जबकि उनके सर्टिफिकेट मान्यता प्राप्त नहीं थे।
26 संदिग्ध बोर्डों के नाम उजागर
जांच में सामने आया कि फर्जी प्रमाण-पत्र उत्तर प्रदेश, झारखंड, महाराष्ट्र, असम, राजस्थान और दिल्ली समेत 26 संदिग्ध बोर्डों से जारी हुए थे। इनमें हरियाणा ओपन स्कूलिंग परिषद, उर्दू शिक्षा बोर्ड दिल्ली, ग्रामीण मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान और मुंबई हिंदी विद्यापीठ जैसे नाम शामिल हैं, जिनकी मान्यता संदिग्ध है।

पुलिस ने 6 लोगों पर केस दर्ज, नेटवर्क की तलाश
बोर्ड ने ऐसे सभी छात्रों के नतीजे रद्द कर रिपोर्ट स्टेट क्राइम ब्रांच को भेज दी। डीएसपी हेड क्वार्टर हांसी की रिपोर्ट के आधार पर थाना नारनौंद में आईपीसी की धारा 420, 467, 468, 471 और 120बी के तहत केस दर्ज किया गया। आरोपियों में विशान्त (भराण, रोहतक), कश्मीर मलिक (लाखुबुआणा, पानीपत) और अन्य के नाम शामिल हैं। पुलिस अब फर्जी सर्टिफिकेट बनाने वाले दलालों और नेटवर्क का पता लगा रही है।