हरियाणा के हिसार में पेट्रोल पंप पर शराबियों का आतंक, सुरक्षा पर उठे सवाल

गांव स्याहड़वा का पेट्रोल पंप बना उत्पात का शिकार – सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर प्रश्न
हिसार जिले के गांव स्याहड़वा स्थित एक पेट्रोल पंप पर देर रात तीन युवकों ने शराब के नशे में जमकर उत्पात मचाया। पंप संचालक रजनीश चाहर ने बताया कि पेट्रोल भरवाते समय युवकों में से कुछ सिगरेट पी रहे थे, जिसे मना करने पर वे भड़क गए और गालियां देने लगे। थोड़ी ही देर में स्थिति हिंसक हो गई और नशे में धुत युवक मारपीट पर उतर आए। करीब आधे घंटे तक पंप पर हंगामा चलता रहा, जिससे वहाँ मौजूद ग्राहकों और कर्मचारियों में डर का माहौल बन गया।
रजनीश ने बताया कि उनकी टीम ने पहले समझाने की कोशिश की, लेकिन आरोपियों ने उनकी बात नहीं मानी और आक्रामक व्यवहार करने लगे। पेट्रोल पंप जैसे सार्वजनिक स्थल पर इस प्रकार की घटना सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है। पेट्रोल पंप पर आग जैसी दुर्घटनाओं का खतरा हमेशा बना रहता है, ऐसे में नशे में किए गए उपद्रव से बड़ी दुर्घटना भी हो सकती थी।
पुलिस की भूमिका पर सवाल – पीड़ित ने लगाई मदद की गुहार
घटना के दौरान पंप संचालक ने डायल 112 पर कॉल कर पुलिस को सूचना दी। मंगाली चौकी से पीसीआर टीम मौके पर पहुंची, लेकिन आरोप है कि आरोपी युवक पुलिस की उपस्थिति के बावजूद हंगामा करते रहे। पंप संचालक ने चौकी में जाकर शिकायत दर्ज करवाई। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस की बजाय आरोपियों को संरक्षण दिया गया और उन्हें समझौते का दबाव बनाया गया।
रजनीश चाहर ने कहा, “जब मैं शिकायत दर्ज करवा रहा था तब पुलिस आरोपियों की सेवा में लगी थी। मुझे कहा गया कि ये तो गुंडे हैं, आप व्यापार करना है तो आपस में बैठकर मामला सुलझा लो।” उन्होंने बताया कि रात करीब साढ़े 10 बजे थाने में बैठकर आरोपी गालियां निकाल रहे थे और जान से मारने की धमकियां दे रहे थे, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
इस घटना ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। आम जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करना पुलिस का मुख्य दायित्व है, लेकिन आरोपियों को बचाने की कोशिश से कानून व्यवस्था पर विश्वास डगमगाता है।
ऑल हरियाणा पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने की कड़ी कार्रवाई की मांग
इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए ऑल हरियाणा पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन, हिसार के प्रधान राजकुमार सलेमगढ़ ने कहा कि एसपी हिसार को मामले में तुरंत संज्ञान लेकर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर समय रहते कार्रवाई नहीं की गई तो पेट्रोल पंप संचालकों के साथ ऐसी घटनाएँ बढ़ सकती हैं और उनका कार्यस्थल असुरक्षित हो जाएगा।
सलेमगढ़ ने यह भी कहा कि पेट्रोल पंप पर कार्यरत कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार और प्रशासन को विशेष दिशा-निर्देश जारी करने चाहिए। उन्होंने कहा कि पेट्रोल पंपों पर शराब पीकर उत्पात मचाने वाले युवकों के खिलाफ सख्त दंडात्मक कार्रवाई की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।