पंचकूला सोनू मर्डर केस: हिसार से बाइक एजेंसी मालिक गिरफ्तार, आरोपियों को शरण और हथियार छुपाने में की मदद
हरियाणा के पंचकूला में हुए पहलवान सोनू नोल्टा मर्डर केस में क्राइम ब्रांच टीम ने हिसार से हीरो बाइक एजेंसी संचालक सुरेंद्र को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि सुरेंद्र ने हत्या के बाद फरार दोनों आरोपियों को हिसार में पनाह दी थी और उनके हथियार ठिकाने लगाने में भी मदद की।
पंचकूला एसीपी क्राइम अरविंद कंबोज के अनुसार सुरेंद्र हीरो एजेंसी चलाने के साथ-साथ हिसार कोर्ट की पार्किंग का ठेकेदार भी है। किसी बदमाश की कॉल पर उसने दोनों आरोपियों को शरण दी। सोनू नोल्टा की हत्या करने के बाद आरोपी टैक्सी से हिसार पहुंचे और यहां करीब डेढ़ दिन तक रुके। इसके बाद वे फरार हो गए।
फिलहाल सुरेंद्र की भूमिका केवल शरण देने और हथियार छुपाने तक सामने आई है। वह हिसार के मॉडल टाउन का रहने वाला है। रिमांड के दौरान पुलिस उससे उसके आपराधिक रिकॉर्ड और बदमाशों से संबंधों को लेकर पूछताछ करेगी।
कैसे हुआ था सोनू पहलवान का मर्डर?
- लड़की के साथ फिल्म देखने आए थे
घायल प्रिंस ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह पंचकूला के मल्लाह गांव का रहने वाला है और सरकारी पॉलिटेक्निकल कॉलेज में पढ़ाई कर रहा है। सोनू उसका बुआ का बेटा था।
5 जून को प्रिंस, सोनू और उसकी दोस्त स्कॉर्पियो में अमरावती मॉल फिल्म देखने आए थे। मॉल में सोनू की दोस्त की दो और सहेलियां मिलीं। मूवी देखने के बाद सभी रात करीब 10:45 बजे बाहर निकले और सोनू की गाड़ी में बैठ गए। - पिस्टल से ताबड़तोड़ फायरिंग
प्रिंस के अनुसार सोनू की दोस्त अपनी सहेलियों के साथ सड़क पार कर रही थी, तभी एक कार से पिंजौर निवासी पीयूष पिपलानी और चावला कॉलोनी निवासी अंकुश पिस्टल लेकर उतरे।
दोनों ने सोनू पर ड्राइवर साइड से ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। गोलियां लगते ही सोनू गिर गया, जबकि प्रिंस की जांघ में भी गोली लगी। वारदात के बाद आरोपी अपनी कार में बैठे अन्य लड़कों के साथ फरार हो गए। - परिजनों को दी सूचना
घायल प्रिंस ने तुरंत अपने मामा अंकुश को कॉल कर पूरी घटना बताई। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों को अस्पताल ले जाया गया। सोनू को बचाया नहीं जा सका, जबकि प्रिंस का इलाज चंडीगढ़ PGI में चल रहा है।