सिरसा में बिश्नोई समाज के संत स्वामी राजेंद्रानंद का हृदयाघात से निधन,जन्माष्टमी कार्यक्रम रद्द

सिरसा में बिश्नोई समाज के संत स्वामी राजेंद्रानंद का निधन
हरियाणा के सिरसा में शुक्रवार को बिश्नोई समाज के बड़े संत स्वामी राजेंद्रानंद का हृदयाघात से निधन हो गया। वह डबवाली स्थित बिश्नोई मंदिर में कथा कर रहे थे। जन्माष्टमी शोभायात्रा निकालने के बाद जब वह मंदिर की धर्मशाला में पहुंचे तो अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई। डबवाली के सरकारी अस्पताल से उन्हें बठिंडा रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में ही उनका देहांत हो गया।
गौ सेवा के लिए समर्पित जीवन
स्वामी राजेंद्रानंद हरिद्वार आश्रम में रहते थे और उन्होंने अपना पूरा जीवन गायों की सेवा में समर्पित कर दिया। वह विभिन्न जगहों पर कथाएं करते थे और मिलने वाला सारा दान गौ कल्याण के लिए दान कर देते थे। वे अक्सर हिसार, फतेहाबाद और आस-पास के क्षेत्रों में गौ सेवा का प्रचार करते थे।
नेताओं से मुलाकात और सामाजिक मुद्दों पर पहल
करीब 2 महीने पहले 9 जून को उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। इस दौरान बिश्नोई समाज की 4 प्रमुख मांगें रखी गई थीं—केंद्र में ओबीसी आरक्षण, जोधपुर एयरपोर्ट का नामकरण शहीद अमृता देवी बिश्नोई के नाम पर, खेजड़ी वृक्षों की रक्षा और खेजड़ली को विश्व धरोहर घोषित करना। उनकी कथाओं में केंद्रीय मंत्री और पूर्व CM मनोहर लाल खट्टर भी शामिल हुए थे।
जन्माष्टमी पर होने वाला कार्यक्रम रद्द
स्वामी राजेंद्रानंद के निधन के बाद हिसार के बिश्नोई मंदिर में शनिवार को होने वाला जन्माष्टमी कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है। यह कार्यक्रम हर साल भव्य रूप से आयोजित होता था, जिसमें लगातार दो वर्षों तक हरियाणा के मुख्यमंत्री शामिल हुए थे।