सुप्रीम कोर्ट में पहली बार खुली EVM, हारा प्रत्याशी बना विजेता – हरियाणा सरपंच चुनाव में बड़ा उलटफेर

सुप्रीम कोर्ट में पहली बार खुली EVM, हारा प्रत्याशी बना विजेता
हरियाणा के पानीपत के बुआना लाखु गांव के सरपंच चुनाव में इतिहास बन गया। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर पहली बार EVM मशीन कोर्ट में खोली गई और रजिस्टार की मौजूदगी में वोटों की गिनती दोबारा हुई। नतीजे चौंकाने वाले रहे — पहले हारे हुए मोहित कुमार अब विजेता बन गए।
📌 पूरी प्रक्रिया रही पारदर्शी, दोनों पक्ष रहे मौजूद
कोर्ट के निर्देश पर EVM और अन्य चुनावी रिकॉर्ड कोर्ट में मंगवाए गए। दोनों पक्षों की मौजूदगी और वीडियोग्राफी के बीच गिनती हुई। पुनर्गणना में मोहित कुमार को जीत मिली, जबकि शुरुआती नतीजों में कुलदीप कुमार को विजयी घोषित किया गया था।
⚖ कानूनी लड़ाई से बदला चुनाव नतीजा
यह चुनाव 2 नवंबर 2020 को हुआ था। नतीजे के बाद मोहित कुमार ने अतिरिक्त सिविल न्यायाधीश (वरिष्ठ प्रभाग)-सह-चुनाव न्यायाधिकरण में याचिका दायर की। वहां एक बूथ पर पुनर्गणना के आदेश मिले, लेकिन पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने इसे खारिज कर दिया। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने हस्तक्षेप कर पुनर्गणना कराई और नतीजा बदल गया।
🔥 विपक्ष ने BJP पर साधा निशाना
EVM खुलने और नतीजे बदलने के बाद विपक्षी दलों और नेताओं ने बीजेपी को घेरा है। राजनीतिक माहौल में इस फैसले को लेकर गर्मागर्मी बढ़ गई है।
बीजेपी पर साधा निशाना
मामला सामने आने पर राजद नेता तेजस्वी यादव, भूपेश बघेल समेत कई राजनीतिक दलों इसको लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है। राजद नेता तेजस्वी यादव ने एक न्यूज पेपर की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा- हरियाणा के एक पंचायत चुनाव में EVM काउंटिंग में एक बूथ में उम्मीदवार को जबरन हरा दिया। हारा हुआ प्रत्याशी सुप्रीम कोर्ट पहुंचा।
सुप्रीम कोर्ट में वीडियोग्राफी के साथ सभी बूथों की EVM की गिनती हुई। हारा हुआ प्रत्याशी जीत गया लेकिन उसके कार्यकाल के तीन साल EVM की कृपा से कोई और फर्जी सरपंच रहा। एक बूथ की ईवीएम का यह हाल है। चंडीगढ़ मेयर चुनाव में कैसे धांधली करके बीजेपी ने बीजेपी को जिताया जिसे बाद में कोर्ट ने खारिज किया।
BJP सरकार ने वीडियो रिकॉर्डिंग रखने के बदले नियम
तेजस्वी यादव ने आगे लिखा- उसके बाद बीजेपी सरकार ने वीडियो रिकॉर्डिंग रखने के नियम बदल दिए। अब 45 दिन के बाद चुनाव आयोग आपको गिनती का वीडियो नहीं देगा। जब बीजेपी चुनाव आयोग के साथ मिलकर साक्ष्य को खत्म कर देगी तो आप कोर्ट में सबूत क्या रखेंगे?
ये लोग लोकतंत्र के ख़िलाफ़ है इसलिए लोकतंत्र में ये दो लोग पारदर्शिता नहीं चाहते। बिहार लोकतंत्र की जन्मस्थली है। चाहे जो भी हो, हम संविधान और लोकतंत्र को मोदी-शाह के जूतों तले कुचलने नहीं दे सकते। आप सभी लोग सतर्क, सावधान और जागरूक रहें।
भूपेश बघेल ने किया पोस्ट
कांग्रेस नेता भूपेश बघेल ने भी इसको लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया है। उन्होंने पोस्ट करते हुए लिखा- खेल हो गया!
पानीपत: EVM से डाले थे वोट, SC में दुबारा हुई वोटिंग, पलटा चुनाव का नतीजा
◆ SC ने पानीपत जिले के बुआना लाखू ग्राम पंचायत के सरपंच चुनाव की मतगणना कराई
◆ पुनर्गणना के बाद नतीजे पलट गए और मोहित कुमार को निर्वाचित सरपंच घोषित कर दिया
◆ 2022 में इस चुनाव के नतीजे घोषित किए गए थे लेकिन मोहित कुमार ने नतीजों को चुनौती दी थी
गजब धांधली है- सुप्रिया श्रीनेत
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा- पानीपत जिले के बुआना लाखू ग्राम पंचायत के सरपंच चुनाव का नतीजा पलटा। EVM से डाले गए थे वोट, लेकिन जब सुप्रीम कोर्ट में दुबारा वोटिंग हुई तब चुनाव का नतीजा पलट गया, 2022 में चुनावी नतीजों को चुनौती देने वाले मोहित कुमार निर्वाचित घोषित हुए, गजब धांधली है!
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